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55+सैड व्हाट्सएप स्टेटस हिंदी/Sad Whatsapp Status In Hindi(2021)


Sad whatsapp status in hindi for girls


Sad-whatsapp-status-in-hindi
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सूखे पत्ते की तरह थे हम
किसी ने समेटा भी तो
सिर्फ जलाने के लिए.

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मेसेज तो बहोत आते है
मगर जिस मेसेज का
इन्तजार हैं वो नही आता।



बड़े महंगे किरदार हैं,
जिन्दगी में जनाब,
वक़्त वक़्त पर सबके
भाव बढ़ जाते हैं।



मेरे गुस्से पर गुस्सा करने वाले
ही मिले हैं मुझे
मानाने वाला तो कोई नहीं मिला.



वक़्त बदलने से
उतनी तकलीफ नही होती
जितनी किसी अपने के
बदल जाने से होती है।



मत करो हमसे यूँ
गैरो जैसे सलूक,,
खबर हमे भी है..
हम आपके कोई नही.."



मुस्कुरा कर दर्द को सहना क्या सीख लिया

सबने सोच लिया हमे तकलीफ ही

नही होती.





मुझे रुलाकर सो जाना

तेरी आदत बन गई है, जिस दिन

मेरी आंख न खुली , उस दिन तुझे

निंद से नफरत हो जायेगी..!!




जब कोई दिल से उतर गया,फिर

क्या फर्क पड़ता है।

की वो किधर गया...




न रूठने का डर,न मनाने की

कोशिश, दिल से

उतरे हुए लोगों की शिकायत

कैसी...!!




अचानक जिंदगी मे एक हमदर्द
मिला
फिर उसी से हर दर्द मिला.



वक्त ने बता दी लोगों की औकात,
वरना हम तो वो थे,
जो सभी को अपना मानते थे.



पता तो मुझे भी था
कि लोग बदल जाते हैं।
पर मेंने तुम्हें उन लोगों में
कभी गिना ही नहीं था.



वो बिलकुल ठीक है अपनी
जगह, बस हम ही जरुरत से
ज्यादा उम्मीद कर बैठे..



बहुत मासूम होते है।
ये आँसू भी
ये गिरते उनके लिए है
जिन्हे परवाह नहीं होती.




जिसके साथ बैठकर खुलकर रो लेती थी

आज इन आँखो में आसूं छोड़कर कही

दूर चला गया है वो.





आज इन आँखो में आसूं छोड़कर कही

दूर चला गया है वो

बदलते मौसम की बात ना करो

मैंने तो इंसानों को दर्द बनते देखा है.





क्या खाक तरक्की की...

तुने ए जमाने वालों...!

अब तो यहाँ वफाएँ भी..,

हर रोज नीलाम होती हैं..!!





ज्यादा नहीं बस दो शब्दों का
अंतर है..
पहले जान हुआ करते थे और
अब अनजान हो गए...




जो इंसान आपको रोता हुआ
छोड़ दे, यकीन मानिए वो कभी
आपका नहीं हो सकता...



आंखो में आंसू तभी आते हैं
जब आप सच्चे हो
और आपको समझने वाला
कोइ ना हो.



कसूरतो बहुत किये
जिंदगीमं
मगर सजा वहाँ मिली
जहाँ बेकसूर थे हम.



तुमने वो खो दिया
जो हजारो में रहकर भी
सिर्फ तुम्हारा था.



जिंदगी भी कितनी अजीब है,
मुस्कुराओ तो लोग जलते है,
अकेले रहो तो सवाल करते है।।



कल तक मुझे, आज़ उनको मेरा ना होना खलता है,

क्योंकि अब मूुझे अकेलापन बड़ा अच्छा लगता है।।





ज़िन्दगी के इस दौड़ में हूँ

जहाँ ख़ुद से दिलचप्सी

कम होने लगी है..





एक तेरा ख्याल ही तो है मेरे पास

वरना कौन अकेले में बैठे कर चाय पीता है।





ख़ालीपन क्या होता है।

खालीपन का अर्थ ना पूँछो!

टूटें दिलों का दर्द ना पूँछो !

खालीपन हैं ग़म का मार..




आज दिल बहुत परेशान है,,

मन बहुत हैरान है,

इर भीड़ भरी दुनिया मे,,

क्यों मेरी ज़िंदगी वौरान है:





दिल तो पहले भी टुटा था हमारा

रातों में रो रो के संभाल लिए खुदको

अब साला इस बार टूटा ना तो

सिर्फ तबाही मचने वाली है...




हम कोशिस करते रहे रात भर सोने के लिए,

लेकिन कमबख्त नींद छोड़ गयी रोने के लिए।





बड़े महंगे किरदार हैं,
जिन्दगी में जनाब,
वक़्त वक़्त पर सबके
भाव बढ़ जाते हैं।



कितनी दूर निकल गए हम
रिश्तों को निभाते-निभाते,
खुद को खो दिया अपनों को पाते-पाते
लोग कहते हैं कि हम मुस्कुराते बहुत हैं,
और हम थक गए दर्द छुपाते-छुपाते।



दुसरो के खुशी के लिए
हमने अपनी खुशी नहीं देखी
फिर भी लोग
हमें ही गलत कहते हैं..



गुजरती है जो दिल पर
वो जुबां पर लाकर क्या होगा...!!
समझकर जो न समझे
उसको समझाकर भी क्या होगा...!!




जी भर गया है खुद से ...
पर क्या करु
मौत ही नहीं आती.



ये बात सच है।
जब किसी कि जिंदगी में
नए लोग आ जाते हैं।
तो वो पुराने लोगों की अहमियत को
भुल जाते हैं।



चेहरा तो मिल जायेगा
हमसे भी खुबसूरत
पर जब बात दिल की आयेगी
तो हार जाओगे.



बहुत कुछ है कहने की..
पर ना जाने क्यो लगता है कि कुछ
ना कहुँ वही अच्छा है.



किसी ने सही कहा है
कोई किसी का ख़ास नहीं होता
अरे लोग बात भी तब करते है।
जब उनका अकेले में
टाईम पास नहीं होता .....!




बहुत कुछ है कहने की..
पर ना जाने क्यो लगता है कि कुछ
ना कहुँ वही अच्छा है.




कड़वा हैं मगर सच है।
इंसान सबसे ज्यादा जलील
अपनी पसंद के लोगों से
होता है।




पता तो मुझे भी था
कि लोग बदल जाते हैं।
पर मेंने तुम्हें उन लोगों में
कभी गिना ही नहीं था।



हम तो रिश्ता बचाने के लिए

झुक रहें थे,

आपने तो हमें गिरा हुआ

समझ लिया ।





एक वक्त था

जब पूरी पूरी रात बात करते थे

आज एक दूसरे को

Online देखकर भी चुप बैठे है.




ढुःख इस बात का नहीं

कि तुम गए।

दुख तो इस बात का है,

कि तुमने जाते जाते पीछे मुड़कर ना देखा।




हज़ारीं में किसी एक को

दिल के नगर में रहने दिया था

मगर मुझे क्या पता

उसे जिस्मानी टुनिया में रहना पसंद था.





आदत से मजबुर हूं,

तभी तेरे साथ हूं ।

दिल से कमजीर हूं,

तभी बेवफाई का जवाब,

वफा से देती हूं ।।





एक एक करके सब छीड़ कर चले गए

बरा अकेलापन ही राथी बन कर रह गया

उसे भी अब जाना है किसी और के पास

मेरे साथ रहते रहते वह भी परेशान हो गया





सिल लिए हैं होठ अपने आज से हम

खामोश रहेंगे

तकलीफ होती है ना आपको हमारे

बोलने से तो...

आज से हम कुछ नहीं कहेंगे..!





रोते हैं वो लोग जो

मोहब्बत को दिल से

निभाते हैं, धोखा देने वाले तो

दिल तोड़ कर अक्सर

चैन से सो जाते हैं।





अजीब है मेरा अकेलापन...

...

ना उदास हूं.....

ना खुश हूं...

बस, खाली हूं...

ओर खामोश हूं...





बहुत मतलबी है यहा के लोग

पहले आदत बनते है

फिर करीब आते है।

और जब प्यार हो जाए तो छोड़ कर

चले जाते है....





जिंदगी में इतना कुछ बुरा

हो चुका है कि

अब कुछ बुरा हो भी जाए

तो बुरा नहीं लगता.




समजने वाले खमोशी को भी समझ

लेते है,

ना समजने वाले जज्बातों का भी

मजाक बना देते हैं.





जी भर गया है खुद से ..

पर क्या करु

मौत ही नहीं आती.